ऐसे में अब हम ये कह सकते हैं कि सस्ते कर्ज के अच्छे दिन अब खत्म हो चुके हैं. क्योंकि अन्य बैंक भी जल्द ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे.
वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ने और वर्क फ्रॉम ऑफिस शुरू होने के साथ कंपनियां ऑफिस स्पेस की तलाश में जुट गई हैं. इससे रीट्स को फायदा हो रहा है.
UPI: UPI इस्तेमाल करने के लिए व्यक्ति का किसी बैंक में अकाउंट होना चाहिए और वो UPI सेवा से जरूर जुड़ा होना चाहिएः
Cheque or DD: चेक की सुविधा केवल संबंधित बैंक में अकाउंट रखने वाले को ही होती है, लेकिन डीडी बनवाने के लिए बैंक में अकाउंट होना जरूरी नहीं है.
ONORC: जिनके पास राशन कार्ड हैं, वे उसे राष्ट्रीय पोटेबिलिटी कराकर अन्य राज्यों की राशन की दुकानों से भी राशन खरीद सकते हैं.
Online Transaction: ट्रांजैक्शन के लिए कठिन पासवर्ड रखना जरूरी है. पासवर्ड अंक, अक्षर और सिंबल के मिक्स से कम से कम आठ लेटर का होना चाहिए.
DICGC: डिपॉजिट इंश्योरेंस एक तरह की स्कीम है, जिसके तहत किसी बैंक के फेल होने के बाद ग्राहकों का अधिकतम 5 लाख रुपये सुरक्षित रहती है
UIDAI: आधार में नाम सिर्फ दो ही बार अपडेट किया जा सकता है. वहीं, आधार में जेंडर को सिर्फ एक ही बार अपडेट किया जा सकता है.
Sukanya Samriddhi Yojana: 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है. 250 रुपए के न्यूनतम निवेश से लेकर 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं.
Door step Banking: सरकारी बैंकों ने आपस में एक गठबंधन (PSB Alliance) बनाया है. ग्राहक टोल फ्री नंबर, वेबसाइट, एप से संपर्क कर सकते हैं